खुजली से पाए निजात-1

खुजली अनेक प्रकार से अनेकों लोगो को बहुत सताती है। कही कहीं ऐसी स्थिति में खुजली उत्पन्न होती है जिससे शर्मिंदगी महसूस होने लगती है। समाधान बहुत आसान और सरल है लेकिन दवा का स्वाद काफी कड़वा होता है। हम दृढ़ता से यह मानते हैं कि रोग की रोकथाम इलाज से बेहतर है।  इसलिए यहां हम खुजली के कारण और समाधान साझा कर रहे हैं ताकि जो लोग पहले से ही इसे झेल रहे हैं उन्हें और अधिक परेशानी न हो।  *खुजली के संबंध में* रस धातु प्राथमिक और बुनियादी धातु है जो हमारे शरीर को अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।  रसधातु की स्थिति और कार्यों को त्वचा के माध्यम से व्यक्त किया जाता है। त्वचा की बहुस्तरीय संरचना होती है।  रस त्वचा की तैलीयता, पोषण और स्वास्थ्य को बनाए रखता है।  यदि अधिक तैलीय पदार्थ भारी खाद्य पदार्थों के कारण होते हैं, तो त्वचा के सूक्ष्म छिद्रों को अवरुद्ध कर देते हैं जो आपकी त्वचा द्वारा पसीना पैदा करते हैं और इसके नीचे जमा हो जाते हैं और खुजली का कारण बनते हैं। खुजली का एक अन्य प्रकार है - वृद्धावस्था में लोगों की त्वचा में नमी की कमी के कारण खुजली होने लगती है। इन दो तरह की खुजली से राहत पाने के लिए निम्न उपाय *भोजन संबंधित* मैदा, गेहूँ, सभी प्रकार की मिठाइयाँ, तली-भुनी और खट्टी सब्ज़ियाँ, नॉनवेज, पचने में भारी गरिष्ठ भोजन करना बंद कर दें।  🍆🌶🍓🍍🧀🍖🍗🍔🍣🍤  एक हफ्ते तक आधा पेट (भूख से आधा) खाने से एक हफ्ते में खुजली जरूर कम होती है।  फिर उसके बाद आप अपनी पाचन क्षमता और शारीरिक कार्य के अनुसार भोजन ग्रहण कर सकते हैं। वृद्ध लोगों को - अच्छी नींद लेवे, बच्चों के साथ खेलना, आसानी से पचने वाला अच्छा खाना खाना और रोजाना तेल मालिश करके स्नान करें। *औषधि* : 1. किरायता 1 gm + हल्दी 1gm को आधा ग्लास पानी में डाल कर उबाले, 1/4 ग्लास पानी शेष रहने पर छान कर पीजिए। 2. नीम के सुकोमल 4–5 पत्तो का खाली पेट सेवन करे। 3. नारियल तेल में भीमसेनी कर्पूर मिला कर शरीर पर या खुजली वाली जगह पर मालिश करे।  इससे भी अच्छा यह है कि सुबह जल्दी उठकर फ्रेश होने के तुरंत बाद एक लीटर गर्म गुनगुना पानी में हिमालयन पिंक सॉल्ट (सैंधा नमक) डालकर, उसे पी लीजिए, फिर मुंह में अंगुली डाल कर अच्छी तरह से उल्टी कर दें जिससे खुजली तुरंत दूर हो जाएगी। इस   इसके बाद अच्छे खान-पान और दवाओं का पालन करें। 🚸हम दृढ़ता से अनुशंसा करते हैं कि *वृद्ध लोगों और 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को इस उल्टी प्रक्रिया से नहीं गुजरना चाहिए।*क्योंकि बच्चों को बहुत आसानी से उल्टी हो जाती है इसलिए उन्हें प्रेरित करने की आवश्यकता नहीं होती है और वृद्धों को प्रेरित होने पर भी कभी उल्टी नहीं होगी या दुष्प्रभाव होगा।  कोशिश न करना ही बेहतर है।  किया जाए तो यह हानिकारक हो सकता है।फिर भी खुजली की समस्या बंद न हो तो अपने नजदीकी वैद्य से मिलकर परामर्श अवश्य लेवे। धन्यवाद आपका अपना 
*वैद्य अखिल व्यास*
*अथर्वा आयुर्धाम*
*200, आदर्श नगर, पाली, राजस्थान।**

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